किसानों को उनकी उपज का मूल्य क्यों नहीं मिल पाता है ?
फसल का, सब्जी का, दूध का.
असली कारण, स्थाई समाधान.
अभिनव राजस्थान.
1. महंगाई कम करने के नाम पर विदेशों से माल आयात हो जाने से भाव टूट जाते हैं. ये बड़े दलालों और बड़ी पार्टियों के चंदे का खेल है. केंद्र सरकार का विषय है. अभिनव राजस्थान में हम इस खेल का खुलासा करेंगे. साथ ही उस नुकसान की भरपाई प्रदेश स्तर पर कर देंगे.
2. किसान के माल का भण्डारण करने के नाम पर बने गोदामों में किसानों का माल नहीं होता है, काले बाजारियों का होता है. ये पहले भाव तोड़ते हैं और फिर बढ़ाते हैं. किसान और उपभोक्ता दोनों लुटते हैं. बड़ी पार्टियों के दलालों के पास इन गोदामों की चाबियाँ हैं. अभिनव राजस्थान में हम सरकारी खरीद बड़े पैमाने पर करके इन चाबियों को किसानों के हाथ में देंगे.
3. राजस्थान के खेतों में रासायनिक खाद और कीटनाशकों की मात्र अधिक होने के कारण इस माल को बाहर के देशों में भेजना कठिन हो गया है. अभिनव राजस्थान में तीन साल में खेती पूरी तरह से जैविक हो जाएगी. तब बड़े पैमाने पर निर्यात से भाव ऊपर जायेंगे. दूसरे वर्ष में भाव ऊपर जाने लगेंगे.
4. बाजार की चीजों के दाम तेजी से बढ़ने के कारण खेती की लागत ज्यादा आती है. हम किसानों से सलाह के आधार पर राजस्थान का ऐसा समर्थन मूल्य रखेंगे, जिससे लाभ हो. लागत निकालना ही लक्ष्य न हो. अभिनव राजस्थान के पहले वर्ष में राजस्थान के बजट में से तीस हजार करोड़ रूपये खेती के विकास के लिए रखे जायेंगे. बेहिचक.
5. किसान परिवार सामाजिक कुरीतियों के जाल में झकड़े हुए हैं. ब्याह और मौत के सामाजिक कार्यक्रमों में अनावश्यक खर्च से उनकी कमर टूट जाती है. वे फसल को बेचने में इन्तजार नहीं कर पाते हैं. मजबूरी में भाव सही कैसे मिलेंगे ? अभिनव राजस्थान में हम 2019 की जनवरी से मार्च तक तीन महीने बहुत बड़ा अभियान चलाकर इस फिजूल खर्च से किसान को मुक्त करेंगे. इस हकीकत को नजरअंदाज करना घातक है.
हड़तालें, प्रदर्शन, जिंदाबाद-मुर्दाबाद समाधान होते तो अभी तक किसान आराम से जीवन जीने लगता.
नीति निर्माण और योजना का संचालन ही स्थाई समाधान है.
इसके लिए वोट चाहियें और वोट के लिए हम बड़े प्रेम से मैदान में उतरे हैं.
अभिनव राजस्थान पार्टी,
राजस्थान की अपनी पार्टी.