A clear cut Road Map of Abhinav Rajasthan Abhiyan,
(a must read for our active frineds)
अभिनव राजस्थान की डगर का नक्शा- एकदम साफ़.
(कई मित्र सोचते हैं की यह सब कैसे होगा !)
इस हफ्ते राजस्थान और भारत के शासन एक साल के लिए अपना प्लान (बजट) घोषित करने वाले हैं. इनमें उन योजनाओं का वर्णन होगा, जिनके माध्यम से ये शासन राजस्थान और भारत का विकास करने वाले हैं. अधिकतर योजनाएं अपने जिलों में लागू होंगी. 1 अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2016 तक का इनका समय होगा, इस बजट में.
हमें अपने अपने जिलों में इन योजनाओं की हर महीने सूचना के अधिकार से मोनिटरिंग करनी है और जहां कहीं भी सुस्ती दिखाई दे, स्थानीय अधिकारियों को, जयपुर और दिल्ली के अधिकारियों को पत्र लिखने हैं. पत्रों की झड़ी लगा देनी है. एक साल में हमें बता देना है की जब जागरूक नागरिक पीछे पड़ते हैं तो अधिकारी कैसे दौड़ भाग करके अपना काम पूरा करते हैं. यह काम वर्तमान किस्म के नेताओं के बस का नहीं है. हमें ही करना होगा.
हर जिले में हमें 20 से 30 मित्रों की दरकार रहेगी. एक या दो मित्र एक विभाग देखेंगे. एक जिले में हर महीने में लगभग एक हजार रूपये का खर्च होगा जो धीरे धीरे कम होता जाएगा. मित्रों को मिलजुलकर यह काम करना है.
प्रदेश स्तर पर हमारे सुपर मिनिस्टर्स अपने अपने विभागों पर नजर रखेंगे और जिलों के मित्रों से समन्वय करेंगे.
कुल मिलाकर राजस्थान प्रदेश में एक हजार के लगभग मित्र यह काम करेंगे. इससे क्या होगा ? इससे राजस्थान में एक जागरूक समूह खड़ा हो जाएगा जो व्यवस्था की बारीकियों को जानता हो, जो शासन को नियंत्रित करना जानता हो. ये मित्र एक टीम के रूप में काम करेंगे पर इनका कोई औपचारिक संगठन नहीं होगा. ये स्नेह और सम्मान के बंधन में काम करेंगे. कोई फंड भी नहीं होगा.
अगले वर्ष यह समूह शासन की नीतियों की समीक्षा करने लगेगा और नई व्यवस्था (अभिनव राजस्थान) के पक्ष में जनसमर्थन जुटाना शुरू कर देगा. यह वर्ष(2016-17)अभियान के लिए बहुत crucial होगा. अभियान का असर शासन और जनता पर साफ़ दिखाई देने लगेगा और जनता को सुनहरे भविष्य की उम्मीद दिखाई देने लगेगी. जिम्मेदार और जागरूक नागरिकों के बड़े समूह में जनता का विश्वास जमेगा और अभिनव राजस्थान का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा. बिना चुनावी राजनीति के भी हम अपनी व्यवस्था को लागू करवाने में शासन को मजबूर कर देंगे.
2018-19 के चुनाव के मुद्दे हम तय करेंगे. जुमलेबाजी बंद हो जायेगी. जनता की जागरूकता की गर्मी में नेताओं की वर्तमान किस्म (खरपतवार) जल जायेगी और राजस्थान व भारत में नया नेतृत्व उभरेगा, असली लोकतंत्र और विकास को समर्पित. राष्ट्रीय चरित्र से भरा.
23 मार्च को जोधपुर समागम में हम शहीदे आजम भगतसिंह जी को यह रोडमेप समर्पित करेंगे.
इन्किलाब जिंदाबाद. वंदे मातरम !