अभिनव राजस्थान के लिए हमारा प्रयास एक ‘अभियान’ है, mission है.
यह किसी के खिलाफ कोई आन्दोलन या movement नहीं है.
बड़ा अंतर है, ध्यान रहे. अभियान सकारात्मक होता है तो आन्दोलन नकारात्मक होता है. जैसा बीज बोओगे, वैसे ही फल मिलेंगे.
आन्दोलन आज तक कुछ रचनात्मक नहीं कर पाए हैं, एक नई बीमारी ही उनसे पैदा हुई है. पहले से भी ज्यादा गम्भीर.
इसलिए हम किसी के खिलाफ नहीं हैं बल्कि अपने पक्ष में हैं और अपने गाँव-शहर, परिवार के लिए एक व्यवस्था की रचना में लगे हैं. हमें अपनी जानकारी और तथ्यात्मक ज्ञान के दम पर ‘अपना’ समाज और शासन संभालना है, व्यवस्थित करना है. किसी ऐरे गैरे राजनेता या राजनीति का विरोध करके हम उसकी अहमियत नहीं बढ़ाना चाहते हैं. राजनीति की विदाई करके लोकनीति स्थापित करनी है.
हम सही दिशा में और सही गति में बढ़ रहे हैं.
जो मित्र ‘चुनाव’ में अधिक रुचि रखते हैं, उतावले वर्तमान माहौल के कारण, उनको बता दें कि चुनाव तो एक छोटा सा खेल है, हम जब चाहेंगे खेल लेंगे पर वह होगा अपनी शर्तों पर. लोकनीति पर. उसकी चिंता न करें. अभी जागरूक नागरिकों का एक अच्छा सा संगठन खड़ा हो जाये, जो सच को सच कह सकें, जान सकें, बात बात पर मीडिया जनित बातों से बहकें नहीं. दस हजार ऐसे मित्र दिसम्बर तक तैयार करने हैं. एक जागरूक और संगठित व्यक्ति एक लाख की भीड़ से भारी पड़ता है !
मस्त रहो, आगे बढो. 25 जून से असली लोकतंत्र के महायज्ञ की तैयारी करो. एक नागरिक- एक सवाल के लिए मन बना लो. उस दिन से छः महीने तक राजस्थान में जनता का सीधा शासन होगा. प्रेम से, सहयोग से, बिना हल्ला किये. कागज-कलम के दम पर, क़ानून के दायरे में. बिना विरोध-बिना प्रदर्शन. काम हो जायेगा. तब कईयों को समझ आएगा कि इतने दिन क्या हो रहा था.
Bahut accha Prayas…
NC thinks sir I slauted ur mind…. Aise hi bdhega apna rajasthan apna ganv