राजस्थान में हमारा किसी से कोई दूर दूर तक का मुकाबला नहीं है !
न हमारे पास पैसा है, न भीड़ है. न अख़बारों-चेनलों में हमारी चर्चा है.
न किसी सर्वे में हमारा जिक्र तक होगा !
न हम व्यक्तिगत आरोप लगाते हैं, न हम टीवी पर बहस करते हैं.
न हमें अभी हर कोई जानता है.
मुकाबला तो बराबर वालों का होता है न ?
हम तो मात्र पांच से दस हजार लोकतंत्र के दीवाने हैं,
जिनके पास राजस्थान में लोकतंत्र स्थापित करने और असली विकास के लिए कुछ योजनाएं हैं.
किसान, पशुपालक, कारीगर, मजदूर, व्यापारी और युवा के लिए योजनाएं.
बहुत मेहनत से, अनुभव से, अध्ययन से बनाई हुई योजनाएं.
और वे इन योजनाओं को अपनी जेब के खर्च से नागरिकों तक पहुंचा रहे हैं.
कभी बस में, कभी ट्रेन में, कभी बाइक पर, कभी गाड़ी से,
कभी सोशल मीडिया पर.
फकीरों की फ़ौज है !
और हम जिस मार्ग से चल रहे हैं, उस पर अभी भारत में कोई चला ही नहीं.
काफी कठिन मार्ग है, पर है बहुत सुनहरा. हरा भरा. हम लोकतंत्र के गीत गाते अपनी ही धुन में लगातार चलते जा रहे हैं.
हाँ, इस रास्ते पर कीचड़ नहीं है !
लेकिन मंजिल तक हमारा पहुंचना निश्चित है.
इसी चुनाव में !
एक ही प्रयास में !
राजस्थान की इस बार की चुनावी मेराथन में हम हँसते खेलते सफल हो जायेंगे.
जुटाई हुई भीड़ का भ्रम हम तोड़ देंगे, पैसे का पाखंड और घमंड चूर कर देंगे,
दिल्ली की गुलामी के टिकिटों को हवा में लहरा देंगे !
यह बात दोस्तों की ऑंखें कहती हैं !
क्योंकि वे गलियों में उनसे मिलते हैं,
जिनको अब ‘अपना’ शासन चाहिए,
राज की अदला बदली नहीं.
अभिनव राजस्थान पार्टी,
एक लोकनैतिक पार्टी
Loonkaransar
I want to join
Abhinav party is a good governance of rajasthan so this party is working of poor person workmen persons self employed person this parity to fight for corruption in government department and