“अभिनव सन्देश”
हमारा विकास खंड (जिला), हमारी योजना, जो हमें ही लागू करनी है. ‘अपने शासन’ में.
अभिनव राजस्थान के बजट में एक जिले (विकास खंड) के सभी सरकारी कर्मचारियों के वेतन भत्ते पेंशन देने के बाद एक जिले को सीधे सीधे लगभग तीन हजार करोड़ (3000)रूपये मिलेंगे. खेती, उद्योग, स्कूल, अस्पताल, सड़क, पानी, बिजली, , सफाई, सुरक्षा, गरीब को राशन, खेल, मनोरंजन और पेड़ पौधों के लिए. जिले की अपनी एक वर्ष की योजना बनेगी,प्राथमिकता के अनुसार. कैसे ?
- 300 गाँवों में (एक पंचायत समिति में 20 से 30 गाँव पहले वर्ष में) कृषि विज्ञान धरातल पर लागू कर देनी है- 600 करोड़ रूपये में, परिणाम स्पष्ट दिखेगा.
- 100 गाँवों और चार शहरों में रोजगार के लिए एक छोटा स्थाई उद्योग लगाना है. 200 करोड़ रूपये. सिलाई का, जूते बनाने का, फर्नीचर का. जिला स्तर पर इनको बेचने के लिए एक शानदार शो-रूम बनाना है.
- 300 स्कूलें और दस कॉलेज चमकाने हैं (शिक्षकों की उचित संख्या सहित), 400 करोड़.
- 500 किमी शानदार सड़कें बनानी है, पेड़ों के साथ, नालियों के साथ, पूरी सुरक्षित. जिले के सभी प्रमुख मार्गों को मिलाते हुए. 500 करोड़ रूपये.
- 100 अस्पताल शानदार होंगे (डॉक्टर्स, जाँच-दवा सहित), 200 करोड़.
- 200 गांवों में पीने का पानी घर तक. 400 करोड़ रूपये. नालियाँ भी इसके साथ.
- 100 गांवों की गोचर और वनभूमि विकसित करनी है. 100 करोड़ में.
बाकी 600 करोड़ रूपये में बचे हुए विषयों पर काम करना है.
(ध्यान रहे कि वेतन भत्ते दिए जा चुके हैं, पहले से ही. उसका झंझट अब किसी विभाग को नहीं है. यह तो केवल नया काम करने का पैसा है. नई योजना का.)
एक वर्ष में विकास दिखाई दे जायेगा, जो अभी सरकारी विज्ञापन में देखना होता है !
सभी कार्य पूर्ण पारदर्शिता से होंगे और विभागों की वेबसाइट पर हर चीज साफ़ दिखाई देगी, ताकि बेईमानी की गुंजाईश ही कम हो जाये.
गाँवों का चुनाव लॉटरी से होगा. तीन वर्षों में जिले सभी गाँव कवर हो जायेंगे.
यह पैसा राजस्थान के इस वर्ष के बजट की गणना (1 लाख 66 हजार करोड़) और वर्षों के शोष और गम्भीर अध्ययन के आधार पर है. हवा में तीर नहीं मारा है !
वर्तमान की सभी योजनाओं को जारी रखा जायेगा पर उनको एकीकृत करके.
अभी यह क्यों नहीं हो रहा है ?
क्योंकि अभी विकास के लिए शासन नहीं है, ‘राज’ के लिए है.
और अनगिनत योजनाएं जो अफसरों ने बनाई हैं, व्यवहारिक नहीं हैं.
पैसा छितराए हुए पानी की तरह उड़ जाता है, कुछ ऊपर और कुछ नीचे !
उधर गुलाम मानसिकता की जनता ‘राजा’ चुनने में लगी हुई है.
और विकास की योजना में उसकी कम रुचि है, चुनाव की हार-जीत में ज्यादा है !
और विद्वान लोग जिम्मेदारी लेने की बजाय निंदा-स्तुति में डूबे हुए है !
अभिनव राजस्थान में सब बदलने वाला है. समाज-शासन-मानसिकता. सब.
तभी तो राजस्थान इस धरती पर एक समृद्ध और सुन्दर जगह के रूप में जाना जायेगा.
सपने जैसा लगता है ?
शायद कुछ वर्ष पहले मोबाइल भी सपना ही था, आज आपके हाथ में है ! सपने देखो, तभी पूरे होंगे. निराश होने की जरूरत नहीं है. भगवान ने मौका दिया है, सपने देखने वाला मानव होने का ! और शक्ति दी है, दिमाग दिया है, उनको पूरा करने का. तो कुछ कर लो. जाने से पहले सृष्टि को कुछ अधिक सुन्दर बना जाओ. पीढियां याद रखेगी कि कुछ जिन्दा लोग थे इधर भी !
दिल और दिमाग से साथ दे दो, यह तो यह हुआ, वो हुआ. अपने ही हाथों से.
अभिनव राजस्थान पर विश्वास कैसे करें ?
पहले खुद पर विश्वास करो, दूसरों की छोडो. आत्मविश्वास. फिर सही बातों पर अपने आप ध्यान केन्द्रित हो जायेगा. गलत भ्रम तभी टूटेंगे. जिनको अपने आप पर विश्वास नहीं होता है, वे ही ठगों के चक्कर में आते हैं ! सही के साथ नहीं होते हैं.
विकास की इस योजना पर विश्वास होता है या नहीं ? कैसे पूरी होगी, उसे छोड़ो. योजना में दम है या नहीं ? इस सवाल का जवाब परिवर्तन की शुरुआत है. विश्वास की यात्रा है.
अभिनव राजस्थान,
असली लोकतंत्र, असली विकास.
रोने-धोने, शिकायत करने से दूर- जिम्मेदारी से आगे बढने का प्रण.
I feel lucky n honoured to have been associated with Abhinav Rajasthan. Have decided to dedicate my rest of life to the good cause going to be pursued by AR. At the moment it seems like a dream but the day is not far away when this dream will be realized and lives of peoples will be radically changed with positivity. I extend my best wishes to all the workers of AR and at the same time pray them to stand erect and maintain the ethics n moral values without which we won’t be able to achieve the desired change in all spheres of lives of our people.
Jai Bharat. Jai Hind. Inklab JINDABAD.