नागरिक शास्त्र की क्लास !
लोकतंत्र के एक जिम्मेदार को इन कागजों को देखकर क्या करना चाहिए ? (share)
विषय- Asian Development Bank से लिए गए उधार से नागौर शहर में जल वितरण, सीवरेज और ठोस कचरा प्रबंध का कार्यक्रम- RUSDIP.
सूचना के अधिकार से हमने जून 2014 तक की प्रगति की रिपोर्ट मांगी थी. आप इस रिपोर्ट को पूरा पढ़ें और बताएं कि कार्यक्रम में देर क्यों हो रही है और क्यों जिले का मुख्यालय बदहाली का शिकार है. फिर आप यह बताएं कि एक जिम्मेदार नागरिक को ऐसे में आलोचना और ज्ञापन-प्रदर्शन से आगे बढ़कर क्या करना चाहिए.
साधारण भाषा में एक नोट लिखा हुआ है और दो पन्नों में पेमेंट का हिसाब लिखा है. आप अगर नागौर में रहते हैं तो इस काम का मौके पर मुआयना भी कर सकते हैं.
मैं बहुत ही उत्सुकता से आपकी प्रतिक्रिया का इन्तजार कर रहा हूँ. मानकर चलिए कि इन कागजों के बारे में इस कार्यक्रम के अधिकारियों के अलावा किसी को कुछ पता नहीं है. कोई डांटता है, कोई आलोचना करता है, कोई आश्वासन देता है. हवा में हैं सब.
मित्रों, यही है लोकतंत्र जिसमें जागरूक नागरिक वोट देकर भूल नहीं जाते हैं और सजग रहकर शासन को पूरे पांच साल संभालते हैं. स्तुति करने या आलोचना करने से राष्ट्र निर्माण नहीं हुआ करते हैं !
लोकतांत्रिक नागौर से लोकतांत्रिक राजस्थान और लोकतांत्रिक भारत के लिए,
असली विकास के लिए, मजबूत भारत के लिए,
सक्रिय जनजागरण का अभियान————-‘अभिनव राजस्थान अभियान’.
वन्दे मातरम !