Home / बढ़ते कदम / मीरां के आँगन में मौन क्रान्ति

मीरां के आँगन में मौन क्रान्ति

30 दिसम्बर 2012 को मेड़ता सिटी के मीरां स्मारक में ‘अभिनव राजस्थान अभियान’ का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन बहुत ही उमंग और जोश के साथ संपन्न हुआ. यह जो मैं ‘जोश और उमंग’ लिख रहा हूँ तो सोच समझ कर लिख रहा हूँ. यूं ही नहीं लिख रहा हूँ. जिस माहौल में यह ‘जोश’ और ‘उमंग’ पैदा हुई थी, उसे वहां उपस्थित रहे लोग ही समझ सकते हैं. उन्होंने इसे प्रत्यक्ष महसूस किया था. सुबह 11 बजे से दोपहर बाद साढ़े चार बजे तक निरंतर साढ़े पांच घन्टों तक एक हजार मित्रों का जमे रहना अद्भुत था. स्वामी विवेकानंद जी के 150 वें जन्मदिन को समर्पण इसका कारण था या भक्ति की मूरत मीरां के आंगन का प्रभाव था, वक्ता और श्रोता एक अजीब से भाव में बांध गये थे. मैंने जब साढ़े चार बजे धन्यवाद दिया, तब भी मित्रगण हिले ही नहीं. जैसे उनकी प्यास अभी भी बुझी ही नहीं थी. वे अभी भी कार्यक्रम को आगे चलाने के मूड में थे. सर्द हवाओं में भी जो जानकारी की गर्मी उन्होंने महसूस की, उसने सभी को झकझोर दिया था. कह सकते हैं कि सम्मेलन सफल रहा. कह सकते हैं कि ‘अभिनव राजस्थान’ के निर्माण में अब अधिक देरी नहीं है.

सम्मेलन के प्रारंभ में उदयपुर के उद्यमी मनोज जोशी ने ‘अभिनव राजस्थान’ को समय की मांग बताते हुए अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने भूमिका बांधते हुए आगंतुकों को इसकी सफलता का विश्वास दिलाया. मनोज की बात को विस्तार देते हुए चितौड़ जिले के अधीक्षण अभियंता राम किशन झींझा ने शासन के काम पर नजर रखने और नीति निर्माण में जनता की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता बताई. झींझा जी के भाषण के बाद समाज के कुछ विशिष्ट व्यक्तियों का उनके योगदान के लिए सम्मान किया गया. और फिर सम्मेलन अपनी ऊँचाइयों की तरफ बढ़ा, जब राम किशोर फिडोदा ने जनता के शासन का अहसास करवाया. उन्होंने सभी मित्रों से शासन का मालिक बनकर काम करने का पुरजोर आग्रह किया और इसके लिए ‘सूचना के अधिकार’ का खुलकर उपयोग करने की सलाह दी. राम किशोर जी की बात को पुट तब मिला जब नोखा के सामाजिक कार्यकर्त्ता चेतन राम गोदारा ने अपने अनुभव सुनाये. चेतन जी ने बताया कि अब तक नोखा क्षेत्र में लगभग एक करोड़ रूपये की रिश्वत उनके साथी जनता को अधिकारियों से वापस दिलवा चुके हैं. उपस्थित मित्रों के लिए यह जानना एक चमत्कार जैसा साबित हुआ. उनके हावभाव से लग रहा था कि उनको अब ‘अपने’ शासन को अनुभव करने की भूख और प्यास जग गई है. वे अब ‘शासक’ के भाषा बोलने के लिए बुदबुदाते से लगने लगे थे. वे अब किसी और के ‘राज’ होने की धुंध से बाहर झाँकने को उतावले हो रहे थे.

बीच बीच में मैंने ‘अभिनव राजस्थान अभियान’ के उद्देश्य और अब तक की प्रगति का ब्यौरा देना जारी रखा. राजस्थान भर में अपने भ्रमण का अनुभव भी उन्होंने मित्रों के साथ बांटा. लेकिन कार्यक्रम को शिखर पर पहुंचना अभी बाकी था. मंच पर जब त्याग की मूर्ति, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राजस्थान के प्रचारक प्रमुख नन्द लाल जी जोशी ने अपनी ओजस्वी वाणी में स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डाला, तो मित्रगण समर्पण, निडरता और राष्ट्रप्रेम के भावों में डूब से गए. जोशी जी ने सकारात्मक भाव से परिवर्तन लाने को आवश्यक बताया और कहा कि समाज और देश को स्वामी जी की दृष्टि से देखने से ही वांछित निर्माण हो पायेगा. मंच संचालन राजीव पुरोहित ने किया. व्यवस्थाओं में ‘अभियान’ के स्थानीय मित्रों ने तन-मन-धन से योगदान किया.  
                   


डॉ. अशोक चौधरी

About Dr.Ashok Choudhary

नाम : डॉ. अशोक चौधरी पता : सी-14, गाँधी नगर, मेडता सिटी , जिला – नागौर (राजस्थान) फोन नम्बर : +91-94141-18995 ईमेल : ashokakeli@gmail.com

यह भी जांचें

RAS pre में सफल हुए साथियों को बधाई देने का मन ही नहीं हुआ कल. क्यों ?

RAS pre में सफल हुए साथियों को बधाई देने का मन ही नहीं हुआ कल. …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *