(अपनी पुस्तक ‘रोचक राजस्थान’ से !)
महान कवि रबिन्द्रनाथ टैगोर ने जब हमारा राष्ट्रगान ‘जन-गन-मन’ रचा तो इसमें भारत की प्रकृति और संस्कृति को बहुत खूबसूरत ढंग से व्यक्त किया था. लेकिन जाने कैसे इस वर्णन में राजस्थान के बारे में कुछ भी लिखने से वे चूक गए.
न अरावली, न थार का जिक्र. विन्ध्य का जिक्र , विब्ध्य हिमाचल यमुना गंगा….लेकिन विश्व की सबसे प्राचीन पहाड़ी श्रंखला आरावली का नाम नहीं.
पंजाब-सिंध-गुजरात-मराठा..लेकिन इनके बीच में पसरा इतना बड़ा प्रदेश राजस्थान इस गान में जगह नहीं बना पाया. आप पूरे गान का फिर से एक एक शब्द पढ़िए. मानवीय भूल हो सकती है, क्योंकि कविवर को राजस्थान से कोई गिला हो, ऐसा तो था नहीं.
पर मुझे जाने क्यों इतिहास के हर क्षेत्र में और आज भी राष्ट्रीय टी वी और अख़बारों में राजस्थान की उपेक्षा खलती है.
पुस्तक के पिछले पृष्ठ पर मैंने इसी वजह से हमारे राजस्थान के महान कवि कन्हैयालाल सेठिया की कविता..’धरती धोरां री’ को प्रकाशित करके मन के घावों को भरने की कोशिश की है.
संयोग से सुजानगढ़ (चुरू) निवासी सेठिया जी भी अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में गुरु टैगोर के क्षेत्र कोलकोता में जाकर रहे. हो सकता है कि टैगोर जी की आत्मा ने सेठिया जी के माध्यम से राजस्थान के गर्व का यह अद्भुत गीत रचा हो !
आपको ताज्जुब होगा कि पूरे विश्व में एक राजस्थान ही ऐसा अभागा प्रदेश है, जिसके घर में कोई और भाषा बोली जाती है और स्कूल-दफ्तर में किसी और भाषा प्रयोग में आती है. जी हाँ, पूरे विश्व में.
यह हमारे नेतृत्व की अक्षमता और दब्बूपन तो है ही, हमारी संस्कृति के प्रति समाज की उदासीनता और आत्मविश्वास की कमी भी इसके आधार में है. तभी तो गैर छोड़कर डांडिया नाचने को आधुनिकता समझा जाता है ! जबकि गैर विश्व का सबसे ताकतवर डांस है..आठ किलो के घूँघरू बांधकर ढ़ाई चक्कर पे ताल मिलाना दुनिया में केवल राजस्थानियों के बस का है. यूं समझें कि गैर फुटबॉल है तो डांडिया चिड़ी बल्ला (बैडमिंटन !)
राजस्थान के समाज, प्रकृति और संस्कृति को समर्पित शासन ही इस कमी को दूर कर सकता है. एकमात्र विकल्प ‘अभिनव राजस्थान’ है. वर्तमान राजनीति और राज के भूखे राजनेताओं के बस का यह काम नहीं है.
डॉ. अशोक चौधरी,
अभिनव राजस्थान पार्टी
राजस्थान की उम्मीदों को पूरा करने को संकल्पित,
संघर्ष अब परवान पर होगा, पहला सबक सीखने के बाद.
Bhut ache sir, kya me jaan sakta hu ye book market me kb tk available ho jaayegi….bhut time se wait kr rha hu me aap ki book ka or mere dost log bhi bhut time se wait kr rhe hai…
बहुत सुंदर राजस्थान का निर्माण होने जा रहा ह हम तन मन से साथ ह ,मेरे गाँव के 15 युवा तयार कर रहा हु, बहुत जल्द आप से प्रशिक्षण लेंगे, की कैसे हमे अभिनव राजस्थान बनाना ह ,कैसे जागरूकता फैलाए