अभिनव जैसलमेर, Gem of Rajasthan. (एक झलक)
सबसे पहले जैसलमेर का धन्यवाद, जिसके कारण आज राजस्थान का बड़ा हिस्सा भारत में है. आजादी के बाद की उहापोह में जैसलमेर ने ही पाकिस्तान के साथ न जाकर भारत में रहने के जिद्द की थी. उस जिद्द ने जोधपुर की पकिस्तान में जाने की जिद को ठण्डा कर दिया था. अभिनव राजस्थान जैसलमेर के इस योगदान को रेखांकित करेगा. कभी भारत के लिए “उत्तर भड़ का किवाड़’ कहे जाने वाले भाटियों के जैसलमेर ने एक बार फिर अपना फर्ज निभा दिया था. दूसरी ओर जैसलमेर के सागरमल गोपा के बलिदान और तेज कवि की स्वराज बावनी को भी भारत या राजस्थान के इतिहास में ठीक से नहीं लिखा गया है.
पर अभिनव राजस्थान में आजादी और लोकतंत्र के इन दीवानों की कहानी हर बच्चे की जुबान पर होगी. अभिनव राजस्थान में लोकदेवता बाबा रामदेव का सामाजिक समरसता का सन्देश वर्तमान भारत में फैले घृणा के कारोबार को ठप्प कर देगा. विश्व के सबसे अनूठे यहाँ के संगीत की स्वरलहरियां अभिनव राजस्थान में पूरे निखार पर होंगी.
मूमल और ढोलामारू की कहानी युवाओं को ‘प्रेम’ की परिभाषा और गरिमा समझाएगी ! अभिनव राजस्थान के लिए जैसलमेर महज एक पर्यटन का स्थल नहीं होगा. हमारे पास इसके समग्र विकास की योजना है. उत्तम जल संरक्षण के आधार पर बरसाती और सिंचित खेती का एक सुन्दर मॉडल होगा जैसलमेर. जैसलमेर की थारपारकर गाय, लम्बे रेशे वाली जैसलमेरी भेड़ और ऊँट नए जमाने की आवश्यकताओं के अनुसार लाभकारी उत्पादन इकाईयां होंगी. पीले पत्थर पर यहाँ की उत्कृष्ट कारीगरी और ऊन के कम्बल(बरडियां) राजस्थान, भारत और विश्व के बाजारों में धूम मचाएंगे. चूने पत्थर और गैस के यहाँ के विशाल भंडारों के बारे में अभी के शासन और उनके दलाल यही सोचते हैं कि कैसे इनका दोहन चुपचाप कर लिया जाये, जिले के लोगों को विकास और रोजगार के नाम पर मूर्ख बनाकर. एक तरह से जिले की अपार सम्पदा को लूटने का अंग्रेजों से भी बुरा खेल चल रहा है. लेकिन अभिनव राजस्थान में इस लूट को विराम लग जायेगा. यहाँ चूने के पत्थर से छोटी छोटी सीमेंट इकाईयां लगेंगी, जो छोटे उद्यमी लगायेंगे. इनको शासन की तरफ से लागत कम करने और बाजार उपलब्ध करवाने की अभिनव योजना हमारे पास तैयार है. साथ ही यहाँ की गैस को राजस्थान में वैकल्पिक ईंधन के रूप में काम लिया जाएगा. कहने को यहाँ इंदिरा नहर का पानी आ गया है पर उस पानी का समुचित उपयोग करने की कोई व्यवस्थित योजना नहीं बनी है.
यहाँ की खेती को गंगानगर के रास्ते जाने बचाना होगा. वर्ना पानी के अंधाधुंध दोहन से एक दो दशक में पानी भी बर्बाद हो जायेगा और समृद्धि भी स्थाई नहीं रहेगी. हमारे पास इस चमन को बचाने और बढाने का पूरा प्लान अभिनव राजस्थान में है. शिक्षा के बारे में अभिनव राजस्थान की योजना से जैसलमेर के अभिभावक नए जोश से भर जायेंगे. राजस्थान भर में शिक्षा के समान अवसरों से जैसलमेर राजस्थान की मुख्यधारा में शामिल हो जायेगा. हमारी अभिनव संभाग योजना में जैसलमेर और बाड़मेर को जोधपुर यानि मरुधरा संभाग में रखा जायेगा. सभी प्रकार की संभागीय उच्च शिक्षण संस्थाओं में जैसलमेर के शहर-गाँव-ढाणी के बालक और बालिकाएं आसानी से प्रवेश ले पाएंगे. हमारी अभिनव शिक्षा में जैसलमेर की कोई भी बालिका या बालक कॉलेज तक की शिक्षा अपने घर पर रहकर पूरी कर पायेगा. अभिनव शिक्षण परिवहन के माध्यम से. चिकित्सा व्यवस्था के उम्दा इंतजाम भी अभिनव जैसलमेर में होंगे.
दूर के ईलाकों में डॉक्टरों के न जाने की समस्या अभिनव राजस्थान में नहीं होगी. अभिनव चिकित्सा व्यवस्था का नियंत्रण एक अलग बोर्ड के पास होगा और यह बोर्ड वर्तमान सेवा बाजार के आधार पर चिकित्सकों को मानदेय और सुविधाएं देगा. तब कौन डॉक्टर जैसलमेर नहीं आयेगा. दुबई क्यों जाते हैं सब ? अभिनव पर्यटन में जैसलमेर नए रंग में होगा. यह काम केवल अफसरों के भरोसे नहीं होगा. यहाँ की जागृत जनता इसकी योजना बनाएगी और उसे लागू करेगी. विकसित देशों में यही होता है. यहाँ के ओग यह बात तो जानते हैं न ? हम तो अभिनव जैसलमेर में ‘ग्रीष्म पर्यटन’ का प्लान लिए हुए हैं. जब कड़ाके की सर्दी में लोग बर्फ से खेलने हिमालय जाते हैं तो गर्मी में ‘रेत’ से खेलने यहाँ क्यों नहीं आ सकते ! मार्केटिंग का खेल है. पहाड़ का बेर ‘सेब’ हमारे वाले छोटे बेर से यूँ ही आगे निकलकर महँगा हो गया है. गेहूं और बाजरे में बाजरे जैसी जान कहाँ है ! और क्या केर और सांगरी जैसी स्वादिष्ट और पोषक सब्जी पूरी दुनिया में कोई और है ? मार्केटिंग ! हम अभिनव राजस्थान की मार्केटिंग जमकर करेंगे. अब सवाल यह है कि इस सुन्दर सपने को साकार कौन करेगा ? कोई नेता या कोई अफसर ? या हम किसी छद्म अवतार का इन्तजार कर रहे हैं ? अभिनव राजस्थान में यह काम जैसलमेर जिले के जागरूक और जिम्मेदार नागरिक करेंगे. कलम, कागज़ और दिमाग के दम पर. कोई धरना नहीं, कोई प्रदर्शन नहीं, कोई मांग नहीं.
अब अपना शासन है तो यह सब क्यों. किससे क्या मांगें ?अभिनव जैसलमेर में नए जमाने के अनुसार फिर कई सागरमल गोपा और राव जैसल तैयार होंगे. सम्पूर्ण राजस्थान में उभरती जागरूकता के साथ ये कदम मिलकर चलेंगे और अगली पीढी के लिए एक सुन्दर, समृद्ध और खुशहाल जैसलमेर का निर्माण करेंगे.
Mission 2016 में हम जैसलमेर में समर्पित, जागरूक और जिम्मेदार नागरिकों का एक बड़ा समूह खड़ा करेंगे. ये नागरिक पहले वर्तमान व्यवस्था को समझने और उसे नियंत्रित करना सीखेंगे. तभी वे नई व्यवस्था को चला पाएंगे. वरना अंग्रेजों के भारत छोड़ने के बाद पनपी गैर-जिम्मेदारी जैसा हाल हो जायेगा ! 2017 और 2018 में इन जागरूक और जिम्मेदार नागरिकों की आँखों में अभिनव जैसलमेर का सपना दिखाई देने लगेगा. और फिर ? जब जागृत लोग सपने देखते हैं तो उन्हें पूरा करने का काम प्रकृति करती है.
आइये सब मिलकर वन्दे मातरम् करते है
अभी केवल तीन जिलों पर ही लिखा गया हैं, बाकी पर भी लिखें।
महोदय आपका यह प्रयास अति उत्तम है और मैं यह चाहता हूं कि मैं भी इसमें कुछ अपना योगदान दो तो आपके इस मिशन में अगर आपको कार्यकर्ताओं की आवश्यकता हो तो मैं आपकी मदद अवश्य करना चाहूंगा हम भी अभिनव राजस्थान के निर्माण में योगदान देना चाहते हैं
सुरेन्द्र जांगिड़ खींवसर, नागौर
नागौर व बीकानेर के बारे मे भी बताओ जी