अभिनव राजस्थान अभियान, एक 'अभियान' है. mission है.'आन्दोलन' नहीं है. बहुत फर्क है. इसे समझिए.अभियान किसी निश्चित उद्धेश्य के लिए होता है, आन्दोलन किसी के विरोध में होता है. हमारा अभियान एक वास्तविक रूप से विकसित राजस्थान के लिए है , यह किसी का विरोध करने के लिए नहीं है. …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान में ग्यारह संभाग होंगे
(हमारे सपनों का राजस्थान- अभिनव राजस्थान)हमारे ‘अभिनव शासन’ में ग्यारह संभाग होने राजस्थान में.भौगोलिक-सांस्कृतिक आधार पर. इतिहास को थोड़ा दरकिनार करके.१. बीकानेर- बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ जिले. (सरस्वती संभाग)२. जोधपुर- जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर.(मरुधर)३. पाली- पाली, जालोर, सिरोही (गोडवाड)४. अजमेर – अजमेर, नागौर, भीलवाड़ा ( सपालदक्ष)५. उदयपुर- उदयपुर, राजसमन्द, चित्तौडगढ़ ( आहड)६. …
विस्तार से पढ़े»धारणाएं बदलें ताकि समाधान निकले
२. गलत धारणा- विकास का अर्थ है-सड़कों, नालियों, भवनों का निर्माण. पानी-बिजली-स्कूल-अस्पताल की सुविधाएं. यह वही खेल है जैसे वोटतंत्र को लोकतंत्र कहकर असली बात को दबा दिया गया है. विकास का पहला और महत्त्वपूर्ण अर्थ है कि हमारे औसत परिवार की, गाँव की, शहर की, प्रदेश की और देश …
विस्तार से पढ़े»अभिनव कृषि- अभिनव राजस्थान का एक अभिनव खेत
(और कुछ सूझता ही नहीं- अभिनव राजस्थान के सिवा ) ‘अभिनव राजस्थान’ की ‘अभिनव कृषि’एक बीस बीघा खेत कैसा होगा ?हमारी अभिनव योजना. एक गाँव में दो से पांच करोड़ रूपये का अनुमानित निवेश से. १. योजना उसी गाँव में लागू होगी, जिसके 90 प्रतिशत किसान इसके लिए तैयार होंगे …
विस्तार से पढ़े»धारणाएं बदलें ताकि समाधान निकले.
गलत धारणा- भारत में लोकतंत्र है . (share) आप जब 'अभिनव राजस्थान अभियान' में काम करने वाले हैं तो आपको कुछ धारणाओं पर स्वयं भी मनन करना है. 'लोकतंत्र' ऐसी ही एक धारणा है. अभी भारत में लोकतंत्र नहीं है. यह जिसे व्यवस्था में जमे लोग 'लोकतंत्र' कहते हैं, यह …
विस्तार से पढ़े»अब अनावश्यक दखल बंद हो, अंग्रेजियत बंद हो.
(कुछ गंभीर हो जाते हैं ) राजस्थान में 'अभिनव शासन' के लिए हम तीन PLI जल्दी ही दाखिल करने वाले हैं. HIgh Court के मित्र advocate शामेंद्र माथुर ने यह जिम्मा लिया है. हम चाहते थे कि कोई यह केस 'दिल' से लड़े, केवल क़ानून से नहीं. तभी हम जो …
विस्तार से पढ़े»उधार के पैसे का बेजा दुरूपयोग. राजस्थान में.
(थोडा भारी मामला है ! लेकिन क्या करें . 'अभिनव राजस्थान' के नागरिक ऐसे ही लेख पढ़ा करेंगे. तभी 'अभिनव राजस्थान' बनेगा.) उधार लिए पैसों का कोई ऐसे उपयोग करता है ?क्या किसी भी जिम्मेदार देश में यह हो सकता है ?लेकिन यहाँ हुआ है इतना गन्दा खेल कि आप …
विस्तार से पढ़े»आपां नहीं तो कुण ? आज नहीं तो कद ?
आम भारतीय आज भी चमत्कारों की आस में बैठा है.अब इस छद्म अवतारवाद को भारत से विदा हो जाना चाहिए. यह पुरानी आदत है. गजनवी ने सोमनाथ लूटा तो हजारों लोग किसी चमत्कार की आशा में ही बैठे रह गए थे. भगवान इसका कुछ करेंगे, इसे पाप लगेगा, ऐसा वे …
विस्तार से पढ़े»देश का दर्द बिखरा है स्कूल केम्पस में
The Ultimate and painful Reality. सरकारी शिक्षकों के बच्चे उनके स्कूल में नहीं पढ़ते हैं ! लेकिन दोष किसका ? टीचर्स का नहीं है जी. सरकार चलाने वाले दोषी हैं, जिन्होंने अपनी गैरजिम्मेदारी से अविश्वास का माहौल पैदा कर दिया है. कक्षा 1 से 12 तक की स्कूलों में पढ़ाने …
विस्तार से पढ़े»कुछ याद उन्हें भी कर लो !
आधुनिक राजस्थान के निर्माण में जिन्होंने अपना जीवन वर दिया. उन्हें भी तो याद करेगा- ‘अभिनव राजस्थान’ (share) कुछ नाम बताता हूँ- अर्जुन लाल सेठी, विजयसिंह पथिक, केसरी सिंह बारहट, ठाकुर गोपाल सिंह खरवा, जयनारायण व्यास, सागरमल गोपा, माणिक्यलाल वर्मा, कुम्भाराम आर्य, गोकुलभाई भट्, मोतीलाल तेजावत और गोविन्द्गुरु. एक एक …
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