12 अक्टूबर को सूचना का अधिकार दिवस है. असली भारतीय लोकतंत्र का पर्व है. इस अधिकार के दस साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मेड़ता में एक कार्यक्रम होगा. 12 अक्टूबर को शाम 5 बजे से 6 बजे तक. अगले दिन 13 अक्टूबर को मेड़ता में ही नवरात्रा स्थापना के …
विस्तार से पढ़े»इन निकाय चुनावों के बाद…………..
इन निकाय चुनावों के तुरन्त बाद नागौर जिले के मेड़ता , डीडवाना और नागौर में हम अभिनव सूचनालय स्थापित कर रहे हैं, जहां पर सभी विभागों के महत्वपूर्ण कार्यों और फैसलों से जुड़े कागज उपलब्ध रहेंगे । हर महीने एक सूचनालय में विभिन्न विभागों के लगभग दो हजार कागजों की …
विस्तार से पढ़े»धरातल पर उतारो लोकतंत्र को
अपना जिला संभालो, प्रदेश और देश अपने आप संभल जाएगा. मात्र 33 इकाईयां प्रदेश में और 640 इकाईयां हैं देश में. एक जिले में दस से पन्द्रह सजग मित्रों की जरूरत होगी. कैसे काम करेगा यह मोनिटरिंग सिस्टम ? अप्रैल 2015 से, बहुत ही सरलता से.एक आवेदन सूचना के अधिकार …
विस्तार से पढ़े»अपना बजट यानि अपना, खुद का
अभिनव राजस्थान का बजट कैसा होगा ? बहुत छोटा, बहुत सटीक. वर्तमान सारी योजनाएं बंद ! ये useless हैं, हमारा पैसा (जी, यह बजट में पैसा हमारा ही है) और समय बर्बाद करने से ज्यादा इनमें कुछ नहीं है.सबसे पहले बताया जाएगा कि राजस्थान में खेती और छोटे उद्योग का …
विस्तार से पढ़े»असली लोकतंत्र के लिए महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर सर्वे और चर्चा व्यापक स्तर पर हों.
भूमि अधिग्रहण हो, नरेगा हो या मिड डे मील, सभी मुद्दों पर व्यापक सर्वे और चर्चा होनी चाहिए, संसद के भीतर ही नहीं, संसद के बाहर भी. तभी लोकतंत्र मजबूत होगा, निर्णय जनहित में, जनसमर्थन से होंगे. एक समय तय हो जाए. दो महीने, तीन महीने. ज्यादा लंबा समय न …
विस्तार से पढ़े»राजस्थान के बिजली तंत्र में फॉल्ट कहाँ हैं ?
राजस्थान में बिजली कंपनियों के घाटे का कड़वा सच. सरल शब्दों में. संक्षेप में. (श्वेत पत्र) सूचना के अधिकार से हमारे द्वारा खंगाले गए कुछ कागजातों के आधार पर. व्यवस्था सुधरे तो बिजली की दरें बढ़ाने की बजाय बहुत कम की जा सकती हैं ! वर्ष 2000 में विश्व बैंक …
विस्तार से पढ़े»मिड डे मील और आंगनवाड़ी व्यवस्था,एकदम बकवास, निरुद्देश्य और सरकारी पैसे की बर्बादी.
अभिनव राजस्थान में यह सब नहीं होगा. आंगनवाड़ी क्यों ? बच्चों में पोषण की कमी को दूर करने के लिए, क्योंकि आंकडों के हिसाब से भारत के अधिकतर बच्चे कुपोषित हैं. और सरकार उस कुपोषण को अपने स्तर पर दूर करके रहेगी ! माँ बाप के भरोसे यह जिम्मेदारी अब …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान की नई संभागीय व्यवस्था
अभिनव राजस्थान में 11 संभाग (division) होंगे. 33 अनुभाग (district) होंगे. जिले को अनुभाग कहना ज्यादा तर्कसंगत, सार्थक, लोकतंत्रात्मक होगा. यह प्रशासनिक विभाजन प्रबंध, भूगोल और संस्कृति की दृष्टि से उपयुक्त होगा. 1. Jaipur – Tonk (Dhoondhar) 2. Bharatpur- Alwar- Dausa (Braj) 3. Swai Madhopur- Karauli-Dholpur (Dang) 4. Kota-Bundi-Baran-Jhalawar (Hadauti) …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान में शहर का विकास हम अपने हाथों से करेंगे.
(अभिनव राजस्थान अभियान के मित्रों के लिए विशेष) किन्होंने रोक रखा है राजस्थान के शहर का विकास ? क्या है समाधान ? अभिनव राजस्थान अभियान में. मित्रों, आज के समय में किसी भी शहर के विकास में बाधक वर्ग ये हैं- 1. शहर में निवास करने वाली भीड़, जो अभी …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान में अभिनव जल प्रबंध
हर गाँव और शहर की अपनी योजना, अपना प्रबंध तंत्र होगा. एक ही विभाग होगा. हर गाँव और शहर में बारिश के पानी की एक एक बूँद को एकत्र किया जाएगा. छतों का पानी परिवार के पीने के लिए, खेतों का पानी खेत के लिए. शेष पानी पूरे गाँव का, …
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