यह मैं यकीनन कह सकता हूँ. कैसे ? हम जब छोटे थे तब भी पटवारी, तहसीलदार, चिकित्सक और थानेदार द्वारा रिश्वतें लिए जाने की बातें सुनते थे पर हमारी स्कूल के शिक्षक तब ईमानदारी से हमें पढ़ाई करवाते थे. समय पर स्कूल आते थे, भारत के सपूतों की कहानियां सुनाते …
विस्तार से पढ़े»शिक्षा का मंदिर, हनुमाननगर (नागौर) में
ऐसा सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय जो नए आदर्श स्थापित कर रहा है. निराशा के युग में जब भी कोई आशा की किरण दिखाई देती है तो मन हर्ष से भर जाता है. नागौर और बीकानेर जिलों की सीमा पर स्थित हनुमाननगर (नागौर) के उच्च प्राथमिक विद्यालय को देखकर ऐसा ही …
विस्तार से पढ़े»शिक्षा के मंदिर बन गए शमशान घाट
प्रदेश के सरकारी स्कूलों व कॉलेजों का हाल बेहाल यह शीर्षक जितना पीड़ादायक लगता है, वस्तुस्थिति उससे भी अधिक खराब है. आप यहाँ तक कह सकते हैं कि राजस्थान और भारत के कर्णधारों ने शिक्षा की अंत्येष्टि ही नहीं कर दी है बल्कि उसे जिन्दा जला दिया है. सरकारी शिक्षण …
विस्तार से पढ़े»अभिनव शिक्षा में पाठ्यक्रम
मूल विषय समाज के लिए आवश्यक ज्ञान के सृजन के लिए किसी भी काल में निम्न पांच मूल प्रश्नों पर ध्यान देना होता है – १. समाज की वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं के लिए कैसे ज्ञान का सृजन हो? २. शिक्षा केन्द्रों की रचना कैसी हो? ३. शिक्षकों की …
विस्तार से पढ़े»अभिनव शिक्षा
हमारे लक्ष्य 1. राजस्थान के प्रत्येक नागरिक को उच्चतम शिक्षा का अवसर देना। 2. राष्ट्र निर्माण की लहर राजस्थान और भारत में पैदा करना। हमारे उद्देश्य 1 समाज के लिए आवश्यक ज्ञान का सृजन करना, सार्थक शिक्षा से सामाजिक-आर्थिक विकास को गति देना। 2. सृजित ज्ञान के उपयोग …
विस्तार से पढ़े»आपके जीते से जीत है, आपके हारे हार, देश की।
हे मेरे शिक्षक मित्रों मैं जानता हूँ कि आप में से अधिकांश शिक्षक इसलिए हैं कि आप डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बन सके। आप आई.ए.एस. या आर.ए.एस. नहीं बन पाये। हो सकता है आप तो थानेदार बनने को भी राजी थे, पर न बन पाये। आपके माँ-बाप का सपना भी आपको …
विस्तार से पढ़े»राजस्थान के शिक्षक करेंगे मौन क्रांति
एक प्यारी सी कल्पना, जिसका पूरा होना मुश्किल नहीं है। एक प्यारा सा सपना, जिसका साकार होना ही अन्तिम समाधान है। दृश्य 1 जयपुर जिले का एक उच्च प्राथमिक विद्यालय, रामपुरा गाँव का। अभी-अभी क्षेत्र के तहसीलदार औचक निरीक्षण पर आये थे। गाँव के कई मनचले और स्वयंभू ‘नेता’ भी …
विस्तार से पढ़े»प्रारम्भिक शिक्षा – ऐसी होंगी हमारी स्कूलें
अभिनव राजस्थान में प्रारंभिक शिक्षा को फिर से नींव मानकर कार्य शुरू किया जायेगा। नींव कमजोर हो तो मकान कैसे मजबूत हो सकता है। अभी तक तो स्वतंत्र भारत में यह कहा जा रहा था कि कई सरकारी भवनों की नींवें कमजोर रहने से वे जल्दी मरम्मत मांग लेते हैं, …
विस्तार से पढ़े»उच्च शिक्षा – हमारे महाविद्यालय, हमारे विश्वविद्यालय
प्रारंभिक शिक्षा (कक्षा 10 तक) में जानकारियों की अनिवार्यता रहती है। एक सामान्य जागरूक नागरिक को लोकतंत्र की मजबूती के लिए और आर्थिक विकास के लिए इतना ज्ञान होना चाहिये। इस अनिवार्यता से विद्यार्थी की विभिन्न क्षेत्रों में क्षमता, अभिरुचि एवं उपयोगिता का भी अंदाज लग जाया करता है। यह …
विस्तार से पढ़े»पाठ्यक्रम, परीक्षा एवं प्रवेश
शिक्षा का शाब्दिक अर्थ है, समाज के लिए वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप ज्ञान का सृजन। ऐसे नागरिकों का निर्माण जिनकी समाज को, देश को आवश्यकता है। सीधा सा अर्थ। इससे आगे उलझन ही उलझन है और हमने एक ऐसा जाल बुन भी लिया है, जिसका ओर-छोर हमें …
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