२. गलत धारणा- विकास का अर्थ है-सड़कों, नालियों, भवनों का निर्माण. पानी-बिजली-स्कूल-अस्पताल की सुविधाएं. यह वही खेल है जैसे वोटतंत्र को लोकतंत्र कहकर असली बात को दबा दिया गया है. विकास का पहला और महत्त्वपूर्ण अर्थ है कि हमारे औसत परिवार की, गाँव की, शहर की, प्रदेश की और देश …
विस्तार से पढ़े»धारणाएं बदलें ताकि समाधान निकले.
गलत धारणा- भारत में लोकतंत्र है . (share) आप जब 'अभिनव राजस्थान अभियान' में काम करने वाले हैं तो आपको कुछ धारणाओं पर स्वयं भी मनन करना है. 'लोकतंत्र' ऐसी ही एक धारणा है. अभी भारत में लोकतंत्र नहीं है. यह जिसे व्यवस्था में जमे लोग 'लोकतंत्र' कहते हैं, यह …
विस्तार से पढ़े»कुछ याद उन्हें भी कर लो !
आधुनिक राजस्थान के निर्माण में जिन्होंने अपना जीवन वर दिया. उन्हें भी तो याद करेगा- ‘अभिनव राजस्थान’ (share) कुछ नाम बताता हूँ- अर्जुन लाल सेठी, विजयसिंह पथिक, केसरी सिंह बारहट, ठाकुर गोपाल सिंह खरवा, जयनारायण व्यास, सागरमल गोपा, माणिक्यलाल वर्मा, कुम्भाराम आर्य, गोकुलभाई भट्, मोतीलाल तेजावत और गोविन्द्गुरु. एक एक …
विस्तार से पढ़े»नागरिक शास्त्र की प्रेक्टिकल क्लास ! सूचना के अधिकार से.
नागरिक शास्त्र की क्लास ! लोकतंत्र के एक जिम्मेदार को इन कागजों को देखकर क्या करना चाहिए ? (share) विषय- Asian Development Bank से लिए गए उधार से नागौर शहर में जल वितरण, सीवरेज और ठोस कचरा प्रबंध का कार्यक्रम- RUSDIP. सूचना के अधिकार से हमने जून 2014 तक की …
विस्तार से पढ़े»हिन्दू-मुस्लिम एकता का क्या अर्थ है ?
मुझे हिन्दू-मुस्लिम एकता में कोई रुचि नहीं. मुझे नहीं लगता कि इस विषय का अलग से महिमामंडन होना चाहिए.इस देश में रहने वाले सभी समूहों को प्रेम से रहना चाहिए.और देश को मजबूत करना चाहिए, जीवन को समृद्ध बनाना चाहिए. मैं समझता हूँ कि यह इस देश में एक बड़ा …
विस्तार से पढ़े»अच्छाई की मार्केटिंग, ‘अभिनव राजस्थान’ में
अच्छाई की मार्केटिंग, ‘अभिनव नागौर’ में. ‘अभिनव राजस्थान’ में. हम सब मिलकर आज से शुरू करते हैं. facebook के मंच से. बुराई पर विजय का यह सबसे स्थाई और कारगर समाधान है.(share please) मित्रों, आपके आसपास अच्छे लोग होंगे, आपके गाँव-शहर- मोहल्ले में अच्छी परम्पराएं होंगी, अच्छी घटनाएं घटती होंगी. …
विस्तार से पढ़े»करदाता कौन ? परिभाषा मत बदलो यार !
करदाता कौन ? आज फिर परिभाषा पर लिखने का मन हो आया. इस बजट में करदाताओं के लिए क्या रहा ? ऐसा वाक्य आते ही लगता है कि करदाता वही है जो आयकर या income tax , corporate tax या निगम कर देता है या फिर Excise duty,Custom duty, VAT …
विस्तार से पढ़े»थू बोल तो सरी, जबान खोल तो सरी
डॉ. अशोक चौधरी देश में आज जो कुछ भी हो रहा है, उस पर लिखने का मन नहीं है. वह सब आप अखबारों में पढते रहते हैं, चेनलों पर देखते रहते हैं. उन बातों पर लिखकर क्यों और स्याही बर्बाद की जाये और क्यों आपका दिमाग खराब किया जाए. नरेगा …
विस्तार से पढ़े»भ्रष्टाचार कोई मुद्दा ही नहीं है
जनता के लिए डॉ.अशोक चौधरी 94141-18995 मैं समझ सकता हूँ कि आप शीर्षक से ही चौंक जायेंगे। लेकिन चौंकाना ही मेरा उद्देश्य नहीं है। कि कोई ऊटपटाँग बात कहूँ और पाठक आकर्षित होकर पढ़ ले। नहीं ऐसा बिलकुल नहीं है। ‘अभिनव राजस्थान अभियान’ में कहां इतना समय है, चौंकाने के …
विस्तार से पढ़े»थू बोल तो सरी, जुबान खोल तो सरी
डॉ. अशोक चौधरी देश में इतना कुछ घट रहा है और आप अभी भी सड़क के किनारे खड़े हैं. तमाशे देख रहे हैं. सांसदों–विधायकों–मंत्रियों के तमाशे हो रहे हैं, अफसरों के तमाशे हो रहे हैं. पैसे वालों के तमाशे हो रहे हैं. देश को लूटने में सरपंच– ग्रामसेवक– पटवारी से …
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