दुनिया की सबसे तेज मिसाइल (सुपरसोनिक), ब्रह्मोस, भारत ने ही बनाई है. और वह एक मात्र देश भारत ही है, जिसने पानी के भीतर से सुपरसोनिक मिसाइल सटीक निशाने पर दागी है. कहते हैं कि किसी भी समाज या देश का संचार तंत्र (मीडिया) निराशा का माहौल भी बना सकता …
विस्तार से पढ़े»गणतंत्र या गुलाम तंत्र – लोकतंत्र या राजतंत्र
भाषा और कार्य तो यही कहते हैं २६ जनवरी पर विशेष किसी भी ग्रन्थ या ज्ञान का अन्य भाषा में अनुवाद करना टेढ़ा खेल होता है. मूल भावना के साथ छेड़छाड़ हुए बिना नहीं रहता है. जब वेदों का अनुवाद सरल भाषाओँ में किया जा रहा था, तब भी स्वार्थ …
विस्तार से पढ़े»मीरां के आँगन में मौन क्रान्ति
30 दिसम्बर 2012 को मेड़ता सिटी के मीरां स्मारक में ‘अभिनव राजस्थान अभियान’ का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन बहुत ही उमंग और जोश के साथ संपन्न हुआ. यह जो मैं ‘जोश और उमंग’ लिख रहा हूँ तो सोच समझ कर लिख रहा हूँ. यूं ही नहीं लिख रहा हूँ. जिस माहौल …
विस्तार से पढ़े»आप भी भ्रष्ट हैं अगर …………
आमतौर पर लोग अपनी सुविधानुसार अच्छे बुरे को परिभाषित कर लेते हैं. कुछ भी कर वे दूसरों को बुरा साबित करने में कामयाब होना चाहते हैं. समाज के प्रभावी वर्ग या व्यक्ति अपने प्रस्तुतीकरण के जादू से सच को झूठ और झूठ को सच कहलवा देते हैं. धारणा ही गलत …
विस्तार से पढ़े»कृषि उपज मंडी समिति क्या अपना अर्थ खो चुकी है
किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने में नाकामयाब कैसे हो रही है ? आप किसी जागरूक किसान से पूछिए कि कृषि उपज मंडी समिति क्या काम करती है. क्यों इन समितियों का गठन किया गया था ? शायद अधिकतर किसान और अन्य जागरूक नागरिक इस सवाल का ठीक …
विस्तार से पढ़े»सी एल जी का सच कितना खट्टा, कितना कड़वा
क्यों नहीं चाहती पुलिस कि जनता थाने के नजदीक आये ? कुछ जागरूक लोगों ने अपने अथक प्रयासों से एक व्यवस्था करवाई थी. संसद के माध्यम से नहीं, न्यायालय के माध्यम से. संसद के माध्यम से तो यह संभव ही नहीं था. व्यवस्था यह करवाई कि प्रत्येक पुलिस थाने के …
विस्तार से पढ़े»आपां नहीं तो कुण ? आज नहीं तो कद ?
‘अभिनव राजस्थान अभियान’ का मूल मन्त्र आज की हमारी समस्याओं के दो ही कारण हैं, एक तो सदियों की गुलामी और दूसरा वर्तमान सिस्टम या तंत्र के बारे में जानकारी का अभाव. इन दोनों कारणों के मारे हमारा शासन से एक दुराव हो गया है, शासन अपना सा नहीं लगता …
विस्तार से पढ़े»थू बोल तो सरी, जबान खोल तो सरी
डॉ. अशोक चौधरी देश में आज जो कुछ भी हो रहा है, उस पर लिखने का मन नहीं है. वह सब आप अखबारों में पढते रहते हैं, चेनलों पर देखते रहते हैं. उन बातों पर लिखकर क्यों और स्याही बर्बाद की जाये और क्यों आपका दिमाग खराब किया जाए. नरेगा …
विस्तार से पढ़े»लोकतंत्र की पहली जरूरत
अपने क्षेत्र को जानो, अपने शहर-गांव-गली को जानो डॉ. अशोक चौधरी 94141-18995 पिछले दिनों मैं डीडवाना (नागौर) में था। शहर के प्रबुद्ध नागरिकों की एक अनौपचारिक बैठक थी। हम ‘अभिनव राजस्थान अभियान’ के बारे में चर्चा करने को इकट्ठे हुए थे। बातों-बातों में शहर की समस्याओं पर बात होने …
विस्तार से पढ़े»भ्रष्टाचार कोई मुद्दा ही नहीं है
जनता के लिए डॉ.अशोक चौधरी 94141-18995 मैं समझ सकता हूँ कि आप शीर्षक से ही चौंक जायेंगे। लेकिन चौंकाना ही मेरा उद्देश्य नहीं है। कि कोई ऊटपटाँग बात कहूँ और पाठक आकर्षित होकर पढ़ ले। नहीं ऐसा बिलकुल नहीं है। ‘अभिनव राजस्थान अभियान’ में कहां इतना समय है, चौंकाने के …
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