नक्कारखाने में तूतियों की आवाज़ -राजस्थान के किसान, कारीगर, अध्यापक और व्यापारी मैं राजस्थान का किसान हूँ। कृषि वैज्ञानिक कहते हैं कि एक बीघा में 1 लाख रुपये की पैदावार कम पानी, कम वर्षा में भी हो सकती है। वे राजस्थान जैसे भूगोल वाले इजराइल देश का उदाहरण भी देते …
विस्तार से पढ़े»देश किस ओर ? अराजकता या नवनिर्माण ?
आज मूल प्रश्र यही है, जिस पर गम्भीरता से मंथन-चिंतन होना चाहिये। हल्की-फुल्की-छिछली बातों से ऊपर उठकर इस पर विचार करना चाहिये, कि आखिर आज के हालतों को देखते हुए भारत किस तरफ जा रहा है। क्या हम वाकई में एक विश्वशक्ति बनने जा रहे हैं या हमने ठगने के …
विस्तार से पढ़े»थूं बोल तो सरी, जुबान खोल तो सरी
आँखों में सुनहरे सपने नहीं तैरते हैं, बस सब कुछ सड़ा गला दिखाई देता है। संवेदना और आंख का सम्बन्ध टूट गया है। आंसू केवल अपने नुकसान पर निकलते हैं, परायी पीड़ पर नहीं बहते। कान अविश्वास से भर गये हैं। अपनी प्रशंसा सुनने को आतुर रहते हैं, परन्तु किसी …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान के आलेख ईमेल पर
अभिनव राजस्थान के आलेख ईमेल पर पाने के लिए अब आपको ईमेल देनी होगी तथा अपनी मेल पर हमारी ओर से भेजे गए ईमेल पुष्टिकरण को क्लिक करना होगा बस इतना ही और मेल पर आलेख पहुंच जाएगा उसी दिन जिस दिन साइट पर लगेगा। तो करिए क्लिक ईमेल पर …
विस्तार से पढ़े»आओ खेलें, भ्रष्टाचार-भ्रष्टाचार
इस विषय पर लिखने से बचने की जितनी कोशिश करते हैं, उतना ही यह सामने आ खड़ा होता है। पिछले अंक में मैंने लिखा था कि बाबा रामदेव को अधिक जन समर्थन मिलने की उम्मीद नहीं है। यही हुआ था कि अन्ना हजारे का पदार्पण हो गया। जैसे सब कुछ …
विस्तार से पढ़े»सोच बदले तो सरकार बदलेगी
क्या हम भ्रष्टाचार के अधिक गहरे कारणों की उपेक्षा नहीं कर रहे हैं? मेरा दृढ़ विश्वास है कि हम ऐसा ही कर रहे हैं। हम उथलेपन की यह अपनी मौजूदा संस्कृति में इतने रचे-बसे हैं कि थोड़ी देर को ठहरकर यह भी नहीं सोचते कि भ्रष्टाचार से सम्बन्धित कानूनों और …
विस्तार से पढ़े»क्या कहती है ये शादी?
दुनिया भर में दो अरब लोग टेलीविजन सेट के सामने बैठे हों। ब्रिटेन में दस लाख से ज्यादा लोग रात से ही इंतजार कर रहे हों कि दूल्हा-दुल्हन की एक झलक देखने को मिलेगी। ब्रिटेन में एक दिन की छुट्टी घोषित कर दी जाती है। इस शादी का बकायदा अभ्यास …
विस्तार से पढ़े»हमारा घर (राजस्थान) कैसे चलता है?
अपने ड्राईंग रूम, चौपाल या विभिन्न मंचों पर बुद्धिजीवी शासन व्यवस्था पर चर्चा करते रहते हैं। अखबारों में छपी आधी-अधूरी जानकारियों से ये चर्चाएँ सारोबार रहती हैं। शासन में बैठे लोगों द्वारा ‘मेनेज्ड’ इन जानकारियों से भ्रमित वातावरण का निर्माण हो जाता है और लगभग सभी लोग उस भ्रम में …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान का शंखनाद
25 दिसम्बर 2011 की मेड़ता शहर की आमसभा का एजेन्डा अब जब हमारे अभियान की औपचारिक शुरूआत हो रही है, तो इसका एजेन्डा, इसकी रूपरेखा अधिक स्पष्ट होनी चाहिए। कई वर्षों से शोध हो रहा है, चिन्तन हो रहा है, लेखन हो रहा है और चर्चाएँ हो रही है। अन्दर …
विस्तार से पढ़े»अभिनव राजस्थान के बढ़ते कदम 3
हवा चल रही है पूरब-पच्छम अब जब 25 दिसम्बर 2011 की तारीख निश्चित हो गयी है, तो सारा ध्यान और ऊर्जा इसी की तैयारी में लग रही है। आपको फिर याद दिला दें कि 25 दिसम्बर 2011 को मेड़ता शहर के पंचायत समिति मैदान में एक विशाल आमसभा होगी। इसमें …
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